जामिया मिल्लिया इस्मालिया के ऑनलाइन सेमेस्टर एग्जामिनेशन प्रशासन ने फिलहाल के लिए रोक दिए हैं। यूनिवर्सिटी 21 दिसंबर से ‘प्रॉक्टर्ड ऑनलाइन एग्जामिनेशन’ शुरू करने वाली थी, जिसे लेकर गुरुवार को एग्जामिनेशन के गाइडलाइंस भी जारी की गई थी। मगर शुक्रवार को जामिया स्टूडेंट्स ने प्रशासन के सामने ऑनलाइन एग्जामिनेशन को लेकर कई दिक्कतें रखीं और ऑनलाइन एग्जामिनेशन की जगह असाइनमेंट पर आधारित एग्जामिनेशन की मांग की।
जामिया प्रशासन का कहना है ऑनलाइन प्रॉक्टर्ड एग्जामिनेशन पर अपनी दिक्कतों और उलझनों को लेकर स्टूडेंट्स के कई प्रतिनिधियों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को जानकारी दी है। यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन एग्जामिनेशन और स्टूडेंट्स की समस्याओं की जानकारी यूजीसी को दी है। जामिया का कहना है कि उसे यूजीसी से जवाब का इंतजार है।
स्टूडेंट्स का कहना है कि बड़ी तादाद में स्टूडेंट्स के पास लैपटॉप/कंप्यूटर, हाई स्पीड इंटरनेट नहीं है और एग्जामिनेशन गाइडलाइंस के मुताबिक, स्टूडेंट्स स्मार्टफोन से एग्जाम नहीं दे सकते। कई स्टूडेंट्स एक कमरे के घर में रहते हैं, जहां प्राइवेसी नहीं है। कई स्टूडेंट्स का कहना है कि उनके घर से साइबर कैफे बहुत दूर हैं और जामिया गाइडलाइंस के हिसाब से वहां भी एग्जाम देना मुमकिन नहीं। दरअसल, यूनिवर्सिटी ने यह भी निर्देश दिया है कि एग्जाम देते समय स्टूडेंट अकेले बैठें, उस कमरे में कोई दूसरा होगा या हलचल होगी तो एग्जाम कैंसल किया जा सकता है।